समस्तीपुर : जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने गुरुवार को विद्यापतिनगर प्रखंड के पंचायत समिति भवन के सभागार में अनुमंडल स्तरीय समीक्षात्मक बैठक की। इसमें नल जल योजना, लोक सेवा का अधिकार, लोक शिकायत निवारण केंद्र, मुख्यमंत्री नाली-गली पक्कीकरण निश्चय योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के साथ कोविड- 19 एवं अंचल सम्बंधी कार्यों सहित कई विभागों का विस्तृत रिपोर्ट लिया। समीक्षा के क्रम में डीएम ने नल-जल में घोर लापरवाही पर पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। वहीं उजियारपुर प्रखंड के मनरेगा के जेई पर नल-जल योजना में उदासीन रवैया बरते जाने पर कार्रवाई किए जाने का आदेश दिया। उजियारपुर प्रखंड की करिहारा के पंचायत सचिव पर विभागीय कार्रवाई की बात कही। समीक्षात्मक बैठक में दलसिंहसराय प्रखंड के घटहो और बुलाकीपुर के जेई पर नल-जल योजना को लेकर बुलाकीपुर के जेई, पंचायत सचिव, वार्ड सचिव पर प्रपत्र क गठित कर एफआइआर करने का निर्देश दिया। दलसिंहसराय में कबीर अंत्येष्टि की स्थिति असंतोष बताई। वहीं उजियारपुर बीडीओ से स्पष्टीकरण का आदेश दिया। डीएम ने बताया कि विभिन्न योजनाओं के समीक्षा के दौरान सुधारात्मक क्या कार्रवाई की जानी है, उस पर विचार किया गया है। कहा कि जहां कमी पाई गई है, वहां सुधार किए जाने का आदेश दिया गया है। बताया कि कुछ पंचायतों में जहां नल-जल में गड़बड़ी मिली है, वहां के संबंधित लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उसका फॉलोअप करते हुए गिरफ्तारी नहीं हुई तो गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है। साथ ही वहां के संबंधित अभियंता और पंचायत सचिव यदि दोषी हैं तो उनपर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने अनुमंडलीय समीक्षात्मक बैठक में पदाधिकारियों से कार्य संस्कृति में सुधार लाने का आदेश दिया। बैठक में अपर समाहर्ता विनय कुमार, डीपीओ राजेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनुग्रह सिंह, डीएसओ सोमनाथ, एसडीओ ज्ञानेंद्र कुमार, डीसीएलआर आदित्य राज, पीजीआरओ धनंजय कुमार, एडीएसओ अनिल कुमार सहित अनुमंडल के उजियारपुर, विद्यापतिनगर बीडीओ प्रकृति नयनम व सीओ अजय कुमार सहित दलसिंहसराय के बीडीओ, सीओ, एमओ, पीओ, सीडीपीओ आदि मौजूद थे।
पीएचसी की स्थिति देख भड़के डीएम
समीक्षात्मक बैठक के उपरांत डीएम स्थानीय पीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां समुचित व्यवस्था नही पाकर असंतोष प्रकट किया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. डीएन महतो से अलग-अलग विभागों की जानकारी लेते हुए उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण करते हुए डॉक्टरों के ड्यूटी रोस्टर पर नजर डाली। इसके साथ ही प्रसव कक्ष का मुआयना किया। जहां साफ-सफाई का निर्देश देते हुए एनजीओ बिहार जन चेतना मंच की खोज की। अनुपस्थित पाए जाने पर चिकित्सा प्रभारी से इसकी विस्तृत जानकारी ली। जहां दो साल से एनजीओ की ओर से मिलने वाले नाश्ता, भोजन व साफ-सफाई ठप होने की जानकारी पर डीएम भड़क उठे। वहीं पीएचसी के जर्जर भवन एवं गंदगी भरे तालाब पर एडीएम को बुलाकर नए भवन का निर्माण व तालाब का सौंदर्यीकरण के लिए प्राक्कलन तैयार करवाने का आदेश दिया।
डीएम ने प्रखंड कार्यालय के लिए प्रस्तावित जमीन का लिया जायजा
भवन विहीन प्रखंड कार्यालय को लेकर विभागीय आदेश के आलोक में डीएम ने अंचल कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही प्रस्तावित जमीन का भी मुआयना किया। प्रखंड मुख्यालय से सटे चार एकड़ निजी जमीन को प्रखंड कार्यालय के लिए हस्तान्तरण कराए जाने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसमें प्रखंड अंचल कार्यालय, थाना भवन सहित पदाधिकारी व कर्मियों के लिए आवास की सुविधा भवन निर्माण के पश्चात उपलब्ध करायी जाएगी। डीएम ने प्रखंड क्षेत्र के शेरपुर में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए जा रहे सामुदायिक किचन शेड का निरीक्षण किया।