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Bihar: भीषण गर्मी की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे स्कूली बच्चे

बांका जिले में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. पिछले एक पखवाड़े से रजौन प्रखंड भीषण चिलचिलाती गर्मी और उमस से तप रहा है. तापमान करीब 44 डिग्री के पार दर्ज हुआ है. जिसके कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. बावजूद इसके सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों के खुले रहने के कारण इस लू वाली गर्मी में भी बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं. भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चे लगातार बीमार पड़ रहे हैं. सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में झुलसा देने वाली गर्मी के कारण छोटे-छोटे बच्चे बीमार पड़कर बड़ी संख्या में इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं.

भीषण गर्मी में बीमार पड़ रहे स्कूली बच्चे

इस प्रचंड गर्मी के दौरान पानी कम पीने के कारण बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ रही है. इसके अलावे धूप के थपेड़े पड़ने से भी बच्चे बीमार हो रहे हैं. लेकिन इन सब के बीच शिक्षा विभाग अब तक असंवेदनशील बना हुआ है. गर्मी की छुट्टी के बाद सभी विद्यालय सोमवार को खुल गए लेकिन भीषण गर्मी के कारण विद्यालयों में बच्चों के बीमार होने की गति तेज हो गई.

स्कूल में चक्कर खाकर गिरी फोटो

सोमवार को राष्ट्रीय उच्च विद्यालय धौनी के कक्षा नवम की छात्रा निशा कुमारी सुबह 6:30 बजे विद्यालय पहुंचने के बाद चक्कर खाकर गिर पड़ी. जिससे छात्रा के सर में काफी चोटें आई. छात्रा के गिरते ही विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई. बाद में शिक्षकों ने एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजों में उसे इलाज के लिए भेजा जहां छात्रा की स्थिति स्थिर बनी हुई है. इसके अलावा प्रोन्नत मध्य विद्यालय रानीटीकर में सोमवार को 130 बच्चे मौजूद थे. लेकिन विद्यालय में पंखा नहीं रहने के कारण सभी बच्चों की स्थिति काफी बिगड़ने लगी.

गर्मी की चपेट में आए कई बीमार अस्पताल में हुए भर्ती

इसी दौरान विद्यालय जांच के लिए पहुंचे बीआरसी लेखापाल कमरेज आलम ने बच्चों की स्थिति बिगड़ते देख सभी बच्चों के परिजनों को बुलाया और उनके साथ बच्चों को अपने-अपने घर भेज दिया. इसके अलावा भी भीषण गर्मी की चपेट में आए कई आम लोगों को भी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रजौन में भर्ती कराया गया. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सोमवार को धर्मायचक गांव की नंदनी कुमारी, गोड्डा निवासी समीक्षा कुमारी, भूसिया गांव की अंजनी देवी लू के प्रकोप से बीमार हुए हैं. जिनका इलाज सीएचसी में किया गया है.

बोले प्रधानाध्यापक

इस संबंध में राष्ट्रीय उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक कुमार दिनकर ने कहा कि स्कूल की टाइमिंग पर तो सरकार ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं लेकिन गर्मी से बचाव को लेकर स्कूल प्रबंधन के लिए अब तक किसी तरह का दिशा निर्देश जारी नहीं हुआ है. जिसके कारण विद्यालय आने तथा छुट्टी के समय घर जाने के क्रम में बच्चे गर्मी की चपेट में आ रहे हैं. आज कक्षा 9 की छात्रा निशा कुमारी विद्यालय परिसर में चक्कर खाकर गिर पड़ी थी. जिसका इलाज सीएससी में कराकर परिजनों के साथ घर भेज दिया है.

डॉक्टर बोले..

वही इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि भीषण गर्मी व लू के कारण सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पढ़ रहा है. उनमें डिहाइड्रेशन का मामला तेजी से बढ़ रहा है. साथ ही उल्टी, दस्त, लूज मोशन, बुखार जैसी समस्या बढ़ रही है. विगत एक पखवाड़े से हीट वेव वार्ड में बीमार मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.