वाहन चेकिंग के नाम पर राजधानी पटना के कंकड़बाग थाने के एक सिपाही ने गुंडागर्दी की हद पार कर दी। पहले एक छात्र को सिपाही ने रोका फिर उससे स्कूटी के कागजात की मांग की। बाद में उसने स्कूटी छोड़ने की बजाय पांच हजार रुपये मांगे। सिपाही ने कहा कि कागजात नहीं मिले तो उसे हर हाल में रुपये देने होंगे। यह घटना कंकड़बाग थाना इलाके के टेंपो स्टैंड के समीप आशुतोष नाम के छात्र के साथ हुई।
जिस वक्त सिपाही ने उसे पकड़ा था, उस समय उसके पास कागजात नहीं थे। छात्र ने कहा कि उसके पास फिलहाल दो से तीन सौ रुपये ही हैं। यह सुनते ही सिपाही गुस्से में आ गया और छात्र की पिटाई करने लगा। इससे उसके पैर में चोट आयी। जब छात्र को लगा कि सिपाही उसे फंसा देगा तो वह मौके से भागने लगा। एक दूसरे व्यक्ति के मकान में वह बाउंड्री फांदकर छिप गया। सिपाही के वहां से जाने के बाद छात्र किसी तरह वहां निकला और अपने घर पहुंचा।
सिपाही के साथ सादे लिबास में थे कुछ लोग
छात्र ने बताया कि सिपाही के साथ सादे लिबास में भी कुछ लोग मौजूद थे। छात्र को रोककर वह अन्य लोगों को फोन कर बुलाने लगा। छात्र का दावा है कि वह अगर सिपाही को सामने से देखेगा तो उसे पहचान लेगा। उसने बताया कि वह सिपाही का नाम नहीं जानता।
एसएसपी ने कार्रवाई के दिये आदेश
आशुतोष ने इस पूरी घटना की जानकारी पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा को दी है। एसएसपी ने कंकड़बाग के प्रभारी थानेदार से सिपाही की पहचान करने को कहा है। इसके बाद उस पर कार्रवाई कर दी जायेगी।