समस्तीपुर : पछुआ हवाओं ने कंपकपी बढ़ा दी है। तापमान में लगातार गिरावट जारी है। लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। शुक्रवार को जब चमकदार धूप निकली तो लगा कि अब ठंड से राहत मिलने का समय आ गया है, पर यह उम्मीद दिन बढ़ने के साथ निर्मूल साबित हुई। सर्द पछुआ हवाओं ने राहत की उम्मीद पर पानी फेर दिया। धूप के बावजूद पूरे दिन सिहरन भरी ठंड का अहसास होता रहा। शाम ढलते ही सर्द हवाओं ने मौसम को और ठंडा कर दिया। इसके कारण लोग शाम होते ही अपने घरों में दुबक गए। बाजार में इधर-उधर अलाव जलाते नजर आए। रात बेहद सर्द रही। मौसम में अचानक बदलाव से लोगों की दिनचर्या बदल गई है। सुबह और रात को लोग जगह जगह अलाव जलाते नजर आते हैं। धूप निकलने के बाद ही लोग अपने घरों से निकलते हैं। खासकर बच्चे और बूढ़े को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, सर्दी के तेवर तीखे होने से इलेक्ट्रॉनिक बाजार में गीजर, पानी गर्म करने के रॉड, रूम हीटर आदि की मांग बढ़ गई है। गर्म कपड़ों की भी खूब खरीदारी हो रही है।
मौसम का मिजाज बदलते ही अस्पताल में बढ़े खांसी-जुकाम के मरीज
मौसम बदलने के साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सोमवार की सुबह कोहरा लगा था। हालांकि दिन बढ़ने के बाद थोड़ी धूप निकली। लेकिन, फिर पूरा दिन मौसम ठंड सा ही रहा। मौसम परिवर्तन के साथ ही बीमारियों का प्रकोप दिखाना शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, वहीं इसके लक्षणों में शामिल खांसी, जुकाम, बुखार से लोगों को कोरोना का भी डर सता रहा है। कुछ लोग तो संक्रमण की जांच करा रहे हैं, वहीं कुछ लोग जांच कराने से कतरा भी रहे हैं। सोमवार को सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज के लिए करीब चार सौ से अधिक नए मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसमें सर्दी जुकाम, खांसी और वायरल बुखार के मरीज शामिल हैं। मौसमी बीमारियों के सबसे ज्यादा मरीज बच्चे हैं, जो सर्दी खांसी, बुखार, गले में जकड़न की शिकायत लेकर आ रहे हैं। डाक्टरों की सलाह पर ध्यान दें तो कहीं ना कहीं मौसमी बीमारियों के प्रकोप से बचा जा सकता है।
बरतें ये सावधानियां
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया कि सर्दी-खांसी व वायरल फीवर के प्रकोप से बचाव के लिए भरपूर खाना खाने की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी जाती है। साथ ही गुनगुना पानी पीने, गर्म कपड़े पहनने, सुबह शाम की ठंड से बचने, ठंडी चीजों का सेवन ना करने तथा सर्दी-जुकाम होने पर चिकित्सक की सलाह लेने की बातें चिकित्सकों द्वारा बताई जा रही है। इसके साथ ही मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने की सलाह दी जाती है।