दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करनेवाली 25 वर्षीय शांभवी ने एमिटी यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में भी पीएचडी कर रखी हैं. वर्तमान में ज्ञान निकेतन स्कूल, पटना में डायरेक्टर के पद पर अपनी सेवा दे रही हैं. उनकी शादी आचार्य किशोर कुणाल के बेटे सायन कुणाल से हुई है. किशोर कुणाल सेवानिवृत भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और संस्कृत अध्येता हैं. वे बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ- साथ पटना के महावीर मंदिर न्यास के सचिव भी हैं. शांभवी संसदीय चुनावों में सबसे कम उम्र की उम्मीदवारों वाली सूची में हैं. हाल ही में एक सवाल के जवाब में एक टीवी न्यूज़ चैनल को दिये इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ‘ वे पहले कभी समस्तीपुर नहीं गयी. लेकिन, उनकी सास समस्तीपुर से हैं. वह अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी की नेता होंगी. उनके दादा महावीर चौधरी भी कांग्रेस के नेता थे. वह नौ बार विधायक चुने गये. बिहार की कई सरकारों में मंत्री भी रहे.
पति सायण और चिराग की दोस्ती काम आयी
एक चैनल को दिये एक साक्षात्कार में शांभवी ने यह बात स्वीकार की कि इतनी जल्दी राजनीतिक ब्रेक पति सायण और चिराग पासवान की दोस्ती के कारण मिला. शांभवी ने बीबीसी को यह भी बताया कि समस्तीपुर से उम्मीदवार बनाने से पहले या कई बार चिराग जी के साथ बातचीत हुई. लोजपा- आर ने सर्वे भी कराया था. वह जाति और धर्म के बाहर शादी की पक्षधर हैं.